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कोरोना वैक्सीन लगने के बाद ये पांच दिक़्क़तें हो तो डरने की ज़रूरत नहीं, इसके साइड इफेक्ट क्या है | यहाँ पढ़े पूरी खबर ?

 


हैलो दोस्तों, जैसा कि आपको पता होगा कि अब भारत में कोरोना के टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू होने जा रहा है, जिसके तहत अब आम लोगों को वैक्सीन दी जाएगी. एक मार्च से इसमें 60 साल से ज़्यादा उम्र वाले और किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी इसलिए ये जानना ज़रूरी है कि आख़िर कोरोना वैक्सीन लगने के बाद ये पांच दिक़्क़तें हो तो डरने की ज़रूरत नहीं है | 

वैक्सीन के फायदे 

वैक्सीन आपके शरीर को किसी बीमारी, वायरस या संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार करती है | शरीर के 'इम्यून सिस्टम' यानी को संक्रमण की पहचान करने के लिए प्रेरित करते हैं और उनके ख़िलाफ़ शरीर में एंटीबॉडी बनाते हैं जो बाहरी हमले से लड़ने में हमारे शरीर की मदद करती हैं |

अमेरिका के सेंटर ऑफ़ डिज़ीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन का कहना है कि वैक्सीन हमारे शरीर के लिए बहुत ज़्यादा शक्तिशाली होती हैं क्योंकि ये अधिकांश दवाओं के विपरीत, किसी बीमारी का इलाज नहीं करतीं, बल्कि उन्हें होने से रोकती हैं, वैक्सीन लगने के कुछ वक़्त बाद ही आप उस बीमारी से लड़ने की इम्यूनिटी विकसित कर लेते हैं |

वैक्सीन को आधुनिक दुनिया की सबसे बड़ी चिकित्सकीय उपलब्धियों में से एक माना जाता है, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, वैक्सीन की वजह से आज कोरोना काल में हर साल क़रीब तीस से चालीस लाख लोगों की जान बच पाती है |

क्या कोविड वैक्सीन लगवानी चाहिए ?

सीडीसी का कहना है कि वैक्सीन ना सिर्फ़ कोविड-19 से सुरक्षा देती है, बल्कि दूसरों को भी सुरक्षित करती है. इसके अलावा सीडीसी टीकाकरण को महामारी से बाहर निकलने का सबसे महत्वपूर्ण ज़रिया भी बताती है, तथा संक्रमण को रोकने के लिए कम से कम 65-70 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लगानी होगी, जिसका मतलब है कि ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को टीका लगवाने के लिए प्रेरित करना होगा |

कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट ?

वैक्सीन लगने का नकारात्मक असर कम ही लोगों पर होता हैलेकिन कुछ लोगों को इसके साइड इफ़ेक्ट्स का सामना करना पड़ सकता हैहल्का बुख़ार या ख़ारिश होनाइससे सामान्य दुष्प्रभाव हैं |

कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए भारत ने हाल ही में दो वैक्सीन ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका कोविशिल्ड और भारत बायोटेक के कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए अप्रूव किया है. 16 जनवरी से शुरू हुए इस अभियान के तहत पूरे देश में कुल 3,81,305 हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया गया. हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार को टीका लगे लगभग 52 हेल्थकेयर वर्कर्स में से 51 पर इस वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स नजर आए | 

कोविशिल्ड से होने वाले साइड इफेक्ट्स:- 

जी मिचलाना, पाइरेक्सिया (बुखार), थकान, सरदर्द, कमजोरी, मायगेलिया (मांसपेशियों में दर्द), ठंड लगना, असहजता, इंजेक्शन साइट दर्द, आदि |

कोवैक्सीन के साइड इफेक्ट्स:-

पेट में दर्द, सरदर्द, इंजेक्शन साइट दर्द, थकान, शरीर दर्द, मतली और उल्टी, खांसी, सर्दी,पसीना आना,बुखार आदि |

कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद आपको ये साइड इफेक्ट हो सकते है, लेकिन आपको घबराने की बिल्क़ुल ज़रूरत नहीं है, कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट का असर 2 से 3 दिन ही रहता है,अगर  2 से 3 दिन में साइड इफेक्ट का असर खत्म नहीं होता है, तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करे |

 




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